"तिनका तिनका सच" अश्विनी आहूजा द्वारा लिखित एक आकर्षक कहानी संग्रह है, जिसमें पहले विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित कहानियाँ संकलित हैं। यह पुस्तक, लेखक की नौवीं कृति, हिंदी और अंग्रेजी साहित्य में उनकी निपुणता को दर्शाती है। विविध कथाओं के माध्यम से, आहूजा जीवन की जटिलताओं और सच्चाइयों को बारीकी से उकेरते हैं, पाठकों को अपनी अनूठी कहानी शैली से बांधते हैं। हर कहानी मानव प्रकृति और समाज के प्रति आहूजा की गहन दृष्टि का प्रमाण है, जिससे यह पुस्तक उन लोगों के लिए अनिवार्य हो जाती है जो साहित्यिक गहराई और बारीकी की सराहना करते हैं।
Tinka Tinka Sach
Fiction, Short Stories & Articles,
"तिनका तिनका सच" अश्विनी आहूजा द्वारा लिखित एक आकर्षक कहानी संग्रह है, जिसमें पहले विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित कहानियाँ संकलित हैं। यह पुस्तक, लेखक की नौवीं कृति, हिंदी और अंग्रेजी साहित्य में उनकी निपुणता को दर्शाती है। विविध कथाओं के माध्यम से, आहूजा जीवन की जटिलताओं और सच्चाइयों को बारीकी से उकेरते हैं, पाठकों को अपनी अनूठी कहानी शैली से बांधते हैं। हर कहानी मानव प्रकृति और समाज के प्रति आहूजा की गहन दृष्टि का प्रमाण है, जिससे यह पुस्तक उन लोगों के लिए अनिवार्य हो जाती है जो साहित्यिक गहराई और बारीकी की सराहना करते हैं।
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Minimum Purchase: ₹1,340
Format: | Paperback , Ebook |
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ISBN No. | 9789395773355 |
Publication date: | 10 Jul 2023 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | Hindi |
Book Pages: | 94 |
Book Size: | 5.5" x 8.5" |
Book Interior: | Black & white interior with white paper |
अश्विनी आहूजा एक बहुमुखी लेखक हैं, जिनका हिंदी और अंग्रेजी साहित्य में समान अधिकार है। वे नियमित रूप से मुम्बई से प्रकाशित होने वाली पत्रिकाओं "गलिटरिंग इंडिया" और "ऑब्जर्वर ऑफ मैनेजमेंट एजुकेशन" में लिखते हैं। आठ प्रकाशित पुस्तकों के साथ, जिनमें "टेरेरिस्ट", "कलम की तलाश में", "एक चूहा मरा हुआ", और "आर्टिस्ट इन कन्फ्यूजन" शामिल हैं, आहूजा का कार्य विभिन्न शैलियों और विषयों को समेटता है। उन्होंने हिंदी फीचर फिल्म "उलझन दी टॉपर ब्लूज" भी लिखी और निर्देशित की है, जिसे कैफी इरानी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म स्टोरी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। 32 साल की सरकारी सेवा के बाद, आहूजा जंडवाला भीमेशाह के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत्त हुए। उन्हें विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया है, जिसमें पंजाब भाषा विभाग का पुरस्कार भी शामिल है।