"Vishavyudh - 3: War Against Life" एक रोमांचक और चिंतनशील काल्पनिक कथा है, जो आज के समय की सबसे गंभीर समस्याओं पर एक गहरी दृष्टि डालती है। यह कहानी उस खतरनाक मोड़ पर दुनिया की तस्वीर खींचती है, जहाँ मानवता अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है। आतंकवाद, बेरोजगारी, भुखमरी, और अशिक्षा जैसी भीषण समस्याएँ इस पुस्तक की केंद्रीय विषयवस्तु हैं, जो न केवल समाज को अंदर तक झकझोरती हैं, बल्कि एक आने वाले विध्वंस की चेतावनी भी देती हैं।
इस पुस्तक में छात्रों द्वारा की जाने वाली आत्महत्याओं के कारणों पर भी प्रकाश डाला गया है, साथ ही उनके समाधान के ठोस सुझाव प्रस्तुत किए गए हैं। लेखक ने इन मुद्दों को बहुत ही संवेदनशीलता और यथार्थ के साथ पेश किया है, जिससे पाठक भावनात्मक रूप से जुड़ता है।
यह पुस्तक न केवल एक काल्पनिक कथा है, बल्कि समाज के लिए एक आइना भी है जो हमें सोचने पर मजबूर करता है—क्या हम इस विनाश को रोक सकते हैं? क्या मानवता अपने अस्तित्व की रक्षा कर पाएगी?