किताब "Darshan" में Sarvjeet Soni ने समाज के विभिन्न पहलुओं पर गहरी और सूझबूझ भरी दृष्टि प्रस्तुत की है। यह एक अनूठा संग्रह है जिसमें लेख, निबंध, कहानियाँ और कविताओं के माध्यम से दर्शन, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, और सांसारिक मुद्दों का विचारशील विश्लेषण किया गया है। प्रत्येक विषय पर स्वतंत्र सोच को प्रेरित करती यह किताब, पाठकों के सामने समाज के आईने में स्वयं को देखने का अवसर प्रस्तुत करती है। साहित्य को समाज का सजीव दर्पण मानते हुए, यह किताब हमें चिंतन और आत्मविश्लेषण की ओर प्रेरित करती है।
Darshan
General
किताब "Darshan" में Sarvjeet Soni ने समाज के विभिन्न पहलुओं पर गहरी और सूझबूझ भरी दृष्टि प्रस्तुत की है। यह एक अनूठा संग्रह है जिसमें लेख, निबंध, कहानियाँ और कविताओं के माध्यम से दर्शन, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, और सांसारिक मुद्दों का विचारशील विश्लेषण किया गया है। प्रत्येक विषय पर स्वतंत्र सोच को प्रेरित करती यह किताब, पाठकों के सामने समाज के आईने में स्वयं को देखने का अवसर प्रस्तुत करती है। साहित्य को समाज का सजीव दर्पण मानते हुए, यह किताब हमें चिंतन और आत्मविश्लेषण की ओर प्रेरित करती है।
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Minimum Purchase: ₹1,340
Format: | Paperback , Ebook |
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ISBN No. | 9789391041427 |
Publication date: | 25 Nov 2022 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | Hindi |
Book Pages: | 268 |
Book Size: | 5.5" x 8.5" |
Book Interior: | Black & white interior with white paper (Premium Quality) |
Sarvjeet Soni एक समाजशास्त्री, विचारक और लेखक हैं, जो मानवीय और सामाजिक मुद्दों पर गहन दृष्टिकोण रखते हैं। अपने लेखन में Sarvjeet जी ने हमेशा खुली सोच और ज्ञान को प्रोत्साहन दिया है, और उनके लेखन में सामाजिक मुद्दों के प्रति एक नई दृष्टि और सकारात्मक बदलाव की भावना स्पष्ट रूप से झलकती है।