समाज, राजनीति, धर्म में व्याप्त विद्रूपताओं, कुटिलताओं पर लेखक के हृदय स्पर्शी व्यंग्य, बदलती मानवीय विवशता तथा सोच पर तीक्ष्ण कटाक्ष इस संग्रह संकलित हुए हैं।
Loktantra Ki Jai Ho (लोकतंत्र की जय हो)
Literature
समाज, राजनीति, धर्म में व्याप्त विद्रूपताओं, कुटिलताओं पर लेखक के हृदय स्पर्शी व्यंग्य, बदलती मानवीय विवशता तथा सोच पर तीक्ष्ण कटाक्ष इस संग्रह संकलित हुए हैं।
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Minimum Purchase: ₹999
Format: | Paperback |
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ISBN No. | 9789391041885 |
Publication date: | 20 Jul 2022 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | Hindi |
Book Pages: | 114 |
Book Size: | 5.5" x 8.5" |
Book Interior: | Black & white interior with white paper (Premium Quality) |
समाज, राजनीति, धर्म में व्याप्त विद्रूपताओं, कुटिलताओं पर लेखक के हृदय स्पर्शी व्यंग्य, बदलती मानवीय विवशता तथा सोच पर तीक्ष्ण कटाक्ष इस संग्रह संकलित हुए हैं।