"शहद से रिश्ते" चारू नागपाल की एक संवेदनशील और विचारोत्तेजक कृति है, जो मानव संबंधों और समाज की जटिलताओं को बेबाकी से उजागर करती है। यह पुस्तक उन अनकही और उपेक्षित सच्चाइयों पर प्रकाश डालती है, जिन पर चर्चा करने से लोग अक्सर कतराते हैं। चारू नागपाल की यह नई पेशकश पाठकों को न केवल गहराई से सोचने के लिए प्रेरित करती है, बल्कि समाज की कठोर वास्तविकताओं से भी रूबरू कराती है। "काँच के गिलास" और "जाति न पूछो मेरी" जैसी प्रशंसित कृतियों के बाद, यह पुस्तक उनकी लेखनी का एक और साहसी कदम है। यह पाठकों के दिलों को छूने और समाज को बेहतर समझने का एक अवसर प्रदान करती है।
Shahad Se Rishte
Self Help, Motivational, Inspirational & Human Values, Fiction, Social Issue, Economy, Media, Environment & Corporate, Literature, Literature and Fiction, Indian Literature, Contemporary Literature, Hindi Literature, Contemporary Fiction, Social Commentary,
"शहद से रिश्ते" चारू नागपाल की एक संवेदनशील और विचारोत्तेजक कृति है, जो मानव संबंधों और समाज की जटिलताओं को बेबाकी से उजागर करती है। यह पुस्तक उन अनकही और उपेक्षित सच्चाइयों पर प्रकाश डालती है, जिन पर चर्चा करने से लोग अक्सर कतराते हैं। चारू नागपाल की यह नई पेशकश पाठकों को न केवल गहराई से सोचने के लिए प्रेरित करती है, बल्कि समाज की कठोर वास्तविकताओं से भी रूबरू कराती है। "काँच के गिलास" और "जाति न पूछो मेरी" जैसी प्रशंसित कृतियों के बाद, यह पुस्तक उनकी लेखनी का एक और साहसी कदम है। यह पाठकों के दिलों को छूने और समाज को बेहतर समझने का एक अवसर प्रदान करती है।
MRP:
₹249
₹199
(20% off)
Minimum Purchase: ₹999
Format: | Paperback , Ebook |
---|---|
ISBN No. | 9789388393768 |
Publication date: | 02 Oct 2019 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | Hindi |
Book Pages: | 94 |
Book Size: | 5.5" x 8.5" |
Book Interior: | Black & white interior with white paper (Premium Quality) |
चारू नागपाल समकालीन हिंदी साहित्य में एक साहसी और प्रखर लेखिका हैं। उन्होंने अपने लेखन के माध्यम से समाज के उन मुद्दों को उठाया है, जिन पर लोग अक्सर चर्चा करने से डरते हैं। उनकी "काँच के गिलास" और "जाति न पूछो मेरी" जैसी कृतियों को पाठकों ने खूब सराहा। चारू अपनी लेखनी के जरिए समाज के गहरे पहलुओं को सरल और सशक्त तरीके से प्रस्तुत करती हैं। उनकी पुस्तकें पाठकों को सोचने, सवाल करने और बेहतर समाज बनाने के लिए प्रेरित करती हैं। "शहद से रिश्ते" के माध्यम से उन्होंने एक बार फिर से समाज को बदलने और गहराई से सोचने का संदेश दिया है।