"ये हौंसला कैसे झुके" एक प्रेरणादायक पुस्तक है जो जीवन की कठिनाइयों और बीमारियों का सामना करने के तरीकों पर आधारित है। यह पुस्तक उन परिस्थितियों में आत्मविश्वास और हौंसले को कैसे बनाए रखा जाए, इसका व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है। लेखक अंकुर जैन ने इसमें जीवन के मानसिक, शारीरिक और आर्थिक पहलुओं को संतुलित करने के लिए उपयोगी सुझाव दिए हैं। यह पुस्तक पाठकों को न केवल प्रेरित करती है, बल्कि उन्हें जीवन के हर संघर्ष को जीतने का आत्मबल भी प्रदान करती है।
Ye Honsla Kaise Jhuke
Self Help, Motivational, Inspirational & Human Values,
"ये हौंसला कैसे झुके" एक प्रेरणादायक पुस्तक है जो जीवन की कठिनाइयों और बीमारियों का सामना करने के तरीकों पर आधारित है। यह पुस्तक उन परिस्थितियों में आत्मविश्वास और हौंसले को कैसे बनाए रखा जाए, इसका व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है। लेखक अंकुर जैन ने इसमें जीवन के मानसिक, शारीरिक और आर्थिक पहलुओं को संतुलित करने के लिए उपयोगी सुझाव दिए हैं। यह पुस्तक पाठकों को न केवल प्रेरित करती है, बल्कि उन्हें जीवन के हर संघर्ष को जीतने का आत्मबल भी प्रदान करती है।
MRP:
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Minimum Purchase: ₹1,340
Format: | Paperback , Ebook |
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ISBN No. | 9789384314170 |
Publication date: | 22 Apr 2015 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | Hindi |
Book Pages: | 138 |
Book Size: | 5.5" x 8.5" |
Book Interior: | Black & white interior with white paper (Premium Quality) |
कार्य- पीपुल्स विश्वविद्यालय, भोपाल में तीन वर्षों तक बतौर व्याख्याता अध्यापन। सम्प्रति दूरदर्शन समाचार, भोपाल में आलेख संपादक के तौर पर कार्यरत। समय-समय पर समाचार पत्र-पत्रिकाओं में समसामायिक विषयों पर लेख प्रकाशित, शोध संगोष्ठियों में अनेक शोधपत्र प्रस्तुत। ankurkathikana.blogspot.com & filmihai.blogspot.com नामक ब्लॉग्स पर नियमित लेखन।