Chand Ki Chahat
Fiction, Women, Rural Literature, Social Commentary,
"चाँद की चाहत" एक ऐसी कहानी है, जो गांव की एक सरल और अल्हड़ किशोरी चंद्रकांता के जीवन के संघर्ष, भावनाओं और आत्मनिर्भरता की अद्भुत यात्रा का चित्रण करती है। यह उपन्यास चंद्रकांता के श्यामवर्ण चेहरे पर बसी लालिमा और लावण्य की गहराई को उकेरता है। उसकी मासूमियत, साहस और संघर्ष की कहानी पाठकों को गहराई से छू जाएगी। चंडीगढ़ जैसे आधुनिक शहर में, वह कठिन परिस्थितियों और समाज के दबावों से जूझती हुई आत्मनिर्भरता की मिसाल बनती है। यह उपन्यास मानवीय कमजोरियों, आंतरिक इच्छाओं और सामाजिक बदलावों को अद्वितीय रूप में प्रस्तुत करता है।
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Minimum Purchase: ₹999
Format: | Paperback , Ebook |
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ISBN No. | 9789388393911 |
Publication date: | 27 Dec 2019 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | Hindi |
Book Pages: | 364 |
Book Size: | 5.5" x 8.5" |
Book Interior: | Black & white interior with white paper (Premium Quality) |
प्रभु दयाल मंडैया विकल एक अनुभवी लेखक हैं, जिन्होंने ग्रामीण भारत के यथार्थ और मानवीय संवेदनाओं को अपने लेखन के माध्यम से गहराई से व्यक्त किया है। उनकी लेखनी में गहराई, सहजता और संवेदनशीलता की झलक मिलती है। उनकी कहानियाँ भारतीय समाज के संघर्षशील और प्रेरणादायक पहलुओं का सजीव चित्रण करती हैं।