श्रीमदभागवत पुराणों का तिलक है, वैष्णवों का परम धन है। कलयुग में भागवत के समान और कोई ग्रन्थ नहीं हो सकता है। जिसने धुंधकारी जैसे प्रेत को भी मुक्त कर दिया हो, उससे बड़ा ग्रन्थ और कौन होगा। संसार की गन्दगी को धोने के लिए श्रीमदभागवत से बढ़कर और कोई साधन नहीं है। संसार की गन्दगी को धोने के लिए श्रीमदभागवत परमपटु है।
धन्या भागवती वार्ता प्रेतपीड़ाविनाशिनी।
सप्ताहोंनपि तथा धन्य: कृष्णलोकफलप्रद: ।।