वह थी ही इतनी खूबसूरà¥à¤¤ कि जो कोई à¤à¥€ उसे देखता उसकी नजर उसे देखती ही रह जाती। मरà¥à¤¦ तो उसकी खूबसà¥à¤°à¥à¤¤à¥€ के दीवाने थे। उसकी खूबसà¥à¤°à¥à¤¤à¥€ में चार चांद लगाता था à¤à¤• हजारों साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ हार। जब जब वह उसे पहनती वह महसूस करती थी कि जैसे वह किसी राजà¥à¤¯ की महारानी हो। उस की चाल, बोलने का ढंग महारानियों जैसा हो जाता। जो à¤à¥€ मरà¥à¤¦ उसको हासिल कर के उस के रूप को पीना चाहता और उस के जिसà¥à¤® को हासिल करना चाहता, वह उस का खून पी जाती और उस मरà¥à¤¦ को मौत की नींद सà¥à¤²à¤¾ देती। उसे मरà¥à¤¦à¤œà¤¾à¤¤ से नफरत थी। हैरतअंगेज कारनामों और à¤à¤•à¤¶à¤¨ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र आप 'पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ रूह का इंतकाम' में पà¥à¥‡à¤‚गे।
Pyasi Rooh Ka Intqam
Fantasy, Horror, Science Fiction, Supernatural
Pyasi Rooh Ka Intqam hindi book, best thriller book, best hindi story, must read book, amazing reading, good read, amazon best selling, rigi best seller, hindi top story, sex story, hindi sex story, horror story book, hindi thriller book, bawa book, harcharan singh book, hindi author, rigi book, rig
MRP:
₹199
₹170
(15% off)
Minimum Purchase: ₹1,600
Format: | Paperback |
---|---|
ISBN No. | 9789386447579 |
Publication date: | 11 Apr 2018 |
Publisher: | Rigi Publication |
Publication City/Country: | India |
Language: | HINDI |
Book Pages: | 138 |
Book Size: | 5" x 8" |
Book Interior: |