‘‘क्रांति के तीन कारण रहें है। तहरीर, समसीर, तकरीर। नेताओं द्वारा बयान बाजी कर देश में एक तकरीर क्रांति का माहौल खड़ा किया गया। जिसमें कहीं निर्दोष लोगों की जान चली गई। हम सबको मिलकर इस बयान बाजी के रूप में पैदा हुई तकरीर क्रांति को रोकना होगा।’’
हैजा, पेंचिस, मलेरिया टायफाइड........आदि बिमारियाँ किस-किस धर्म कि हैं या ये किस धर्म की देन हैं। यदि इन्हें बांटा जाये तो कौन किस धर्म के हिस्से में आयेंगी। क्या कोई मुझे बतायेगा।’’
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रविकान्त पालीवाल जी का जन्म गाँव सबीरपुर, पो. बड़गाँव सहारनपुर (उ. प्र.) में हुआ। रविकान्त पालीवाल के पिता का नाम श्री रोहिताश सिंह और माता का नाम श्रीमति ब्रिजेश देवी है। रविकान्त पालीवाल ने अपनी हाई स्कूल व इन्टर एम. पी. एम. इण्टर काॅलेज शिमलाना, (उ. प्र.) और बी. ए. जे वी जेन काॅलेज सहारनपुर (उ. प्र.) और एम. ए. कृष्णा काॅलेज आॅफ लाॅ छुटमलपुर, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से की है रविकान्त जी बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन युवा लेखक है।