गायत्री माता का सच और पाखंड एक गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है, जो गायत्री मंत्र और उससे जुड़े विश्वासों पर प्रश्नचिन्ह लगाती है। पंडित राजेंद्र चतुर्वेदी द्वारा लिखित इस पुस्तक का उद्देश्य पाठकों को परंपरागत आस्थाओं को समझने और उनमें निहित भ्रमों को पहचानने के लिए प्रेरित करना है। यह 628 पृष्ठों की पुस्तक ऐतिहासिक और शास्त्रीय प्रमाणों के आधार पर गायत्री माता और उससे जुड़े पाखंड का खुलासा करती है, जिससे पाठक सत्य की ओर प्रेरित होते हैं।
यह किताब उन लोगों के लिए है जो आध्यात्मिकता और धर्म को तर्कसंगत दृष्टिकोण से समझना चाहते हैं।