'प्रभु आओ! पृथ्वी बचाओ!' एक अनूठी आध्यात्मिक और दार्शनिक यात्रा है, जिसमें लेखक विकेश कुमार बडोला के व्यक्तिगत आत्मानुभवों को संकलित किया गया है। यह पुस्तक उन आलेखों का संकलन है जो जुलाई 2023 से लेकर जुलाई 2024 तक राजस्थान के प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'दैनिक नवज्योति' के संपादकीय पृष्ठ पर प्रकाशित हुए थे। प्रत्येक आलेख में लेखक ने मानवीय जीवन के आध्यात्मिक, दार्शनिक, और प्राकृतिक पहलुओं को बारीकी से विश्लेषित किया है। यह पुस्तक वर्तमान समय के भौतिकतावादी और व्यावहारिक जीवन में अध्यात्म की आवश्यकता और उसके महत्व पर विशेष जोर देती है।
लेखक इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों को आत्मजाग्रति, प्रकृति और मानवता के प्रति उनकी जिम्मेदारियों की याद दिलाने का प्रयास करते हैं। वे बताते हैं कि कैसे एक आस्तिक, नास्तिक, और अवसरवादी मानव जीवन के विभिन्न दृष्टिकोणों से इस जगत को देखते हैं, और कैसे अध्यात्म की शक्ति जीवन के प्रत्येक पहलू को संतुलित और सुखद बना सकती है। यह पुस्तक उन सभी के लिए है जो जीवन के गहरे रहस्यों को जानने और अपने आंतरिक आत्मिक विकास की ओर प्रेरित होना चाहते हैं।