इस पुस्तक में मैंने अपनी अधूरी आशाओं व अभिकांक्षाओं के पूरा होने के सपने देखे हैं।
काश मेरी ये सभी कामनाएँ पूर्ण हो सकतीं।
आशा है पुस्तक के पाठकों को भी उतना ही आनन्द आएगा जितना मुझे मेरे मन की इच्छाओं को व्यक्त करने मे मिला। इसमें मेंने ऐसी हर भावना को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।