"रूह से रुबरू" चारू नागपाल द्वारा लिखित और रिगी पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित एक गहन पुस्तक है, जो जीवन के दर्शन और मानव यात्रा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालती है। यह पुस्तक कर्म, प्रारब्ध, और जीवन के संघर्षों को आत्मसात करने के साथ-साथ एक उच्च शक्ति में विश्वास रखने के महत्व को दर्शाती है।
इस पुस्तक में लेखिका ने व्यक्तिगत अनुभवों और आध्यात्मिक विचारों के माध्यम से जीवन की समस्याओं और मानसिक संघर्षों को समझने के उपाय सुझाए हैं। 312 पृष्ठों में फैली यह पुस्तक आत्म-खोज, उद्देश्य, और शांति की तलाश में लगे प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक मार्गदर्शक है। "रूह से रुबरू" जीवन के उतार-चढ़ाव में प्रेरणा और नई दृष्टि प्रदान करती है।