"उस जेल की कहानी" किशोर परिहार द्वारा लिखित एक मार्मिक और सजीव उपन्यास है, जो जेल की चारदीवारी के भीतर छिपी कहानियों और मानवीय संघर्षों को उजागर करता है। लेखक ने इस उपन्यास में कैदियों, जेल कर्मचारियों, और उनके परिवारों की जिंदगी की हकीकत को बेहद सजीवता के साथ प्रस्तुत किया है।
यह कहानी केवल अपराधियों की जिंदगी की कहानी नहीं है, बल्कि यह सवाल उठाती है कि क्या हर कैदी अपराधी ही होता है, या उनके पीछे छिपी कोई अनकही सच्चाई भी होती है। उपन्यास जेल के कठोर नियमों और अनुशासन के साथ-साथ इंसानियत के उन छोटे-छोटे पलों को भी उकेरता है जो जिंदगी की असली खूबसूरती को परिभाषित करते हैं।
"उस जेल की कहानी" न्याय, दया, और पुनर्वास जैसे गहरे सवालों को उठाते हुए समाज के हाशिए पर खड़े लोगों की जिंदगी में झांकने का अवसर प्रदान करती है। यह उपन्यास उन पाठकों के लिए है जो न्याय प्रणाली और मानवीय संवेदनाओं को गहराई से समझना चाहते हैं।