मुमकिन कविता संग्रह के माध्यम से लेखिका ने अपने मन के भावों को पाठकों के समक्ष रखने का छोटा सा प्रयास किया है।
"मुमकिन" जितना सुन्दर इस किताब का नाम है, उतनी ही खूबसूरत कविताएं इस काव्य संग्रह के अंदर भी हैं।
जब आप इन कविताओं को पढ़ेंगे तो आप भी लेखिका के भावों, उनकी सोच से जुड़ पाएंगे।
ये कविताएं आपको लेखन की खूबसूरत दुनिया से जोड़ेंगी और कल्पनाओं के गहरे सागर में डुबकी लगाने के लिए प्रेरित करेंगी।
एक लेखक जब अपने मन के भावों को शब्दों का रूप देता है और किसी रचना या कृति को रचता है तब वह रचना केवल उसकी होती है।
परन्तु जब वह रचना या कृति पाठकों के बीच जाती है तो वह हर उस व्यक्ति की अपनी हो जाती है जो लेखक के भावों से अपने मन के भावों को जोड़ पाता है।
मेरी बाकी किताबों की तरह मुमकिन भी मेरे हृदय का एक प्यारा सा टुकड़ा ही है।